बदायूं – मुगलो पर मंदिरो को तोड़ने के आरोप गलत, औरंगजेब ने 38 मंदिरो को बनवाया जिनमे बदायूं का सरसौता मंदिर भी शामिल।

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बदायूं – बदायूं जामा मस्जिद बनाम भगवान नीलकंठ महादेव मंदिर मामले मामले की सुनवाई एक अधिवक्ता की मौत होने की वजह से फिलहाल टल गई है। शोक अवकाश के चलते मामले की सुनवाई को 17 दिसंबर की तारीख़ लगाई गई है। मुस्लिम पक्ष के वकील ने विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उनका बयान नफरती बयान है। उन्होंने मुगलो की तारीफ करते हुए कहा यह आरोप लगाया जाता है कि मुगलो ने हजारों मंदिरो को तोड़ा जबकि सच ये हे कि औरंगजेब के बारे मे भ्रम फैलाया जाता है। जबकि औरंगजेब ने 38 मंदिरो को बनवाने मे दान दिया जिसमे बदायूं का सरसौता मंदिर भी शामिल था।

बाइट – असरार अहमद, वकील इंतज़ामिया कमेटी जामा मस्जिद

प्रवीण तोगड़िया के बयान को सही ठहराते हुए केस के वादी मुकेश पटेल ने कहा क़ि प्रवीण तोगड़िया जी का बयान बिल्कुल सही है और ऐतिहासिक साक्ष्य के आधार पर दिया है औरंगजेब ने मंदिरो को तोड़ा। उन्होंने इंतज़ामिया कमेटी के अधिवक्ता के बयान पर करारा जबाब देते हुए कहा कि उनको इतिहास की जानकारी नहीं है मदरसे मे पढ़ने वाले लोगो की अक्ल घुटनो मे होती है। उन्होंने कहा कि मुगलो ने लूट मचाई हिन्दुओ की हत्याएं कीं। इनको मुहम्मद गौरी, औरंगजेब, बाबर, इलतुमश याद हैँ। लेकिन महिपाल, शिवाजी महाराणा प्रताप याद नहीं हैँ। उन्होंने कहा कि इतिहास मे प्रमाण हैँ की औरंगजेब ने बदायूं का महादेव नीलकंठ मंदिर, उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर, ग्वालियर का विष्णु मंदिर, मालवा का मंदिर तोड़े, यह बगदाद के खलीफा से भी मिला। यह आक्रनता हैँ और भारत आक्रनताओं का देश नहीं है यह महाराणा प्रताप शिवाजी और बाबा साहब का देश है।

बाइट – वादी मुकदमा मुकेश पटेल

रिपोर्ट – शाजेब खान