बदायूं- दातागंज मे माँ बेटी की चाकूओ से गोद कर बेरहमी से हत्या किये जाने के पीछे की कहानी दर्दनाक निकली जिसने निठारी काण्ड की यादो को ताज़ा कर दिया। हत्या का आरोपी चश्मदीद विपिन निकला और उसने हत्याकाण्ड को क्यों अंजाम दिया यह बेहद चौकाने वाला है।
बदायूं के दातागंज कोतवाली के बीरमपुर गाँव मे माँ बेटी की चाकुओ से गोद कर बेरहमी से हत्या कर दी गई। माँ के जिस्म पर चाकुओ के 23 निशान थे तो बेटी के जिस्म पर 22 निशान मिले हैँ। हत्याआरोपी विपिन पुलिस को गुमराह करने को बदमाशों द्वारा हत्या काण्ड को अंजाम दिए जाने की कहानी सुनाता रहा और खुद को भी चाक़ू लगने से घायल बता रहा था मगर वही क़ातिल निकला और उसके दो भाई भी इस हत्या काण्ड मे शामिल थे।
विपिन और उसके भाई तात्रिक क्रियाये करते हैँ। विपिन की माँ का अंतिम संस्कार किया गया था तो वह जलती चिता से उनका हाथ तोड़ लाया था और उसको कई दिन तक साथ लेकर घूमता रहा था और हाथ का गोस्त भून कर खा गया था। इस हत्याकांड मे भी जयंती की जांघ का मास निकाल कर खा गया जिसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे होना बताया जा रहा है। विपिन मानव मास खाने का शौक़ीन बताया जाता है। जिससे निठारी काण्ड की यादो को ताज़ा कर दिया है।
पुलिस का कहना है की पहले ही दिन से उसपर हत्या का शक था वो बार बार बयान बदल रहा था। विपिन अघोरी टाइप है और तांत्रिक क्रियाये करता है इस बात की जानकारी मिली है। हत्या के कई मोटिव हैँ। जयंती ने ज़मीन बेचीं थी जिसका पैसा उसको मिला था जिसके लालच मे हत्याकांड को अंजाम दिया गया है।
इसमें विपिन के भाइयो ने घटना को छुपाया है और आलाक़त्ल छुपा लिया और माँ बेटी के मोबाईल भी छुपा लिए इस लिए उनको गिरफ्तार किया गया है। विपिन अपने भाई की शादी के लिए दो लाख रु मांग रहा था। जिसके लिए हत्याकांड को अंजाम दिया गया है।
रिपोर्ट शाज़ेब खान चीफ एडिटर