बदायूं-लगातार हो रही हत्याओं से पूरा जनपद दहशत में है अभी पिछली हत्याओं को मिस्ट्री को पुलिस सुलझा भी नहीं पाई कि गुरुवार रात 2 के लगभग चारपाई पर सो रही मां बेटी की चाकू से गला रेतकर और चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई।हालांकि इस घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
मामला जनपद बदायूं के दातागंज थाना क्षेत्र के वीरमपुर गांव का है यहां की रहने वाली शांति 75 वर्ष अपनी बेटी जयंती देवी 35 बर्ष के साथ गांव से बाहर बने मकान में रहती थी उनके अन्य बेटे गांव के अन्दर बने मकान में रहते हैं। शांति देवी के साथ उनकी बहिन का लड़का विपिन भी रहता है हालांकि घटना में विपिन भी घायल हुआ है जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, परिजन घटना का कारण जमीनी विवाद बता रहे हैं।शांति की जो बेटी जयंती उनके साथ रहती है, जयंती के पति की 12 साल पहले मौत हो चुकी है।
वह विधवा थी और अपने मायके में मां के साथ रहती थी यहीं उसका मौसेरा भाई विपिन भी रहता था जयंती की शादी बदायूं के वजीरगंज थाना क्षेत्र के गांव रोटा में हुई थी यहीं ससुरालियों से उसका जमीनी विवाद था। उसके पति के नाम पर 11 बीघा जमीन थी जिसमें उसने धीरे धीरे कर 9 बीघा जमीन बेंच दी थी अभी फिलहाल में उसने 50 लाख रु की जमीन बेची भी थी हालांकि आज सुबह मां बेटी के शव लहू लुहान अवस्था में चारपाई पर मिलने से हड़कंप मच गया। पूरे मामले में जयंती के मौसेरे भाई विपिन का कहना है कि मैं शराब के नशे में बाहर लेटा था,रात में घर में अचानक चीख पुकार मच गई जिसके बाद मैं अन्दर पहुंचा तो एक व्यक्ति हाथ में चाकू लेकर निकल रहा था जिसने मेरी गर्दन पर बार किया चाकू मेरे हाथ में लगा और मैं घायल हो गया। हालांकि स्थिति को देखकर लग रहा है कि विपिन झूठ बोल रहा है और घटना को अंजाम उसी ने दिया है। क्योंकि घटना में घायल भी वही है और घर की जिन सीढ़ियों से वारदात को अंजाम देने वाला कूदकर भागा है वहां से मेन रोड तक खून टपकता हुआ गया है। और विपिन लोगों को अलग अलग बयान दे रहा है। मीडिया से बात करते हुए उसने एक व्यक्ति बताया था जबकि पुलिस को दिए बयान में उसने 5 लोग बताए हैं। पुलिस के शक की सुई भी उसी पर है। हालांकि बदायूं में लगातार हो रहे मर्डर और लूट चोरी की घटनाओं से पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठ रहे हैं।
इस मामले में एसएसपी बदायूं डॉ बृजेश कुमार सिंह का कहना है कि मां बेटी के खून से लथपथ लाश मिली थी पंचायतनामा भरकर शव पीएम को भेजे गए हैं। जमीनी विवाद बताया जा रहा है, जिसकी जांच हो रही है। नई बात निकलकर ये आई है कि जयंती का मौसेरा भाई भी घटना के समय था जिसके हाथ में चाकू लगा है।
रिपोर्ट शाज़ेब खान चीफ एडिटर