बदायूं – आपको बताते चले संभल के सीओ अनुज चौधरी के ब्यान के बाद राजनीति तेज हो गई जिसकी वजह से प्रशासन को भी पुख्ता इंतज़ाम करना पड़े।चूंकि संभल के सीओ अनुज चौधरी के ब्यान के बाद पूरे प्रदेश में ही लगभग निगरानी रखी गई।लेकिन प्रदेश और देश का एक हिस्सा है ज़िला बदायूं ओर उसका सबसे बड़ा कस्वा है सहसवान जहां आज भी आज़ादी के बाद से संपन्न होने वाली होली वैसे ही मनाई गई जैसे शांतिपूर्ण तरीके भाईचारे के साथ मनाई गई और एक बार फिर पूरे देश मे बदायूं जिले को हिन्दू मुस्लिम एकता गंगा जमुना तहज़ीब के लिए याद किया गया।
आपको बता दे प्रदेश का एक मात्र ज़िला बदायूं ऐसा है जहाँ आज तक किसी भी हिन्दू मुस्लिम त्योहार की पहचान नही हो पाती।क्योंकि होली के दिन मुस्लिम समुदाय इतनी तादात में हिन्दू समुदाय से होली मिलने जाते है कि बाहर का व्यक्ति ये नही पहचान पाता कि कोन किस समुदाय का है और वैसा ही सब कुछ ईद पर देखने को मिलता है जहाँ हिन्दू समुदाय के लोग गले मिलकर मुबारकबाद देते हुए नज़र आते है।
वही इस मुद्दे पर भाजपा के पूर्व युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष अनुज माहेश्वरी से बात की तो उन्होंने कहा हम भगवान से यही प्रार्थना करते है जो प्यार हमारे जिले ओर कस्वे में देखने को मिलता है उस प्यार को किसी की नज़र न लगे और ऐसे ही प्यार कायम रहे।
वही आज होली को लेकर उनसे बात की तो उनका कहना था पहले की होली ओर अबकी होली में बहुत कुछ बदलाव है पहले टोलियां बनाकर होली खेली जाती थी लेकिन आज वो सब कुछ ऐसा लगता है जैसे खो सा गया हो।पहले त्योहारों की एक अलग ही खुशी होती थी लेकिन अब वो सब कुछ देखने को नही मिलता।लेकिन सहसवान भाईचारे में अपने आप मे एक मिसाल है जो सदियों से हमारे पूर्वजों से चली आ रही और उसी को हम भी सींच रहे है।ये भाईचारा हमेशा ऐसे ही ही कायम रहेगा और समय समय पर लोग यहां की तहज़ीब को ऐसे ही याद करते रहेंगे।
शाज़ेब खान चीफ एडिटर बरेली जागरण