बदायूं,फार्मासिस्ट शाकिर अली के अपहरण और हत्या के मामले के खुलासे के बाद अब परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। परिजनों ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर बदायूं पुलिस तक से शाकिर अली के शव और मोबाइल की बरामदगी की मांग की है। हालांकि, परिजनों ने कहीं न कहीं पुलिस की जांच पर संतुष्टि भी व्यक्त की है।
शाकिर के बेटे ने कहा, “हमारा जो बिगड़ना था, बिगड़ गया, लेकिन जरूरी है कि कातिलों के घर भी बुलडोजर चले। जैसे यूपी सरकार अपराधियों के साथ बर्ताव करती है, वैसे ही इन लोगों के साथ भी हो।”
शाकिर के साले नौशाद ने आरोप लगाया कि पुलिस अब तक न तो शाकिर की लाश बरामद कर पाई है और न ही उसका मोबाइल मिल सका है। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने यह कबूल किया था कि उन्होंने शाकिर के मोबाइल को बिनावर इलाके के तालाब में फेंक दिया था और उसकी लाश को सांकरा के पास रामघाट में फेंका था, लेकिन इसके बावजूद कोई भी सबूत बरामद नहीं हो सका है।
रिपोर्ट – शाज़ेब खान